protein in hindi,प्रोटीन क्या है और फायदा जानिए
- प्रोटीन कितने प्रकार के होते हैं
- प्रोटीन मुख्यत तीन प्रकार के होते हैं?
- संपूर्ण प्रोटीन
- अपूर्ण प्रोटीन
- पूरक प्रोटीन
- 1 संपूर्ण प्रोटीन आपको बता दें कि इस प्रकार के प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों में सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं। पूर्ण प्रोटीन ज्यादातर पशु उत्पादों या मांस, डेयरी उत्पादों और अंडे जैसे खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं।
- 2 अपूर्ण प्रोटीन - अपूर्ण ओ प्रोटीन या प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जिनमें कम से कम एक या एक से अधिक आवश्यक अमीनो एसिड की कमी होती है, अपूर्ण प्रोटीन कहलाते हैं। सभी पादप प्रोटीन अधूरे प्रोटीन होते हैं, जैसे मटर, बीन्स, नट्स और कुछ अनाज।
- 3 पूरक प्रोटीन – अपको बता दें कि अपूर्ण प्रोटीन वाले दो या दो से अधिक खाद्य पदार्थों को मिलाकर पूरक प्रोटीन बनाया जाता है। इनका उपयोग संपूर्ण प्रोटीन की आपूर्ति के लिए किया जा सकता है। उदाहरणों में चावल और बीन्स या पीनट बटर के साथ ब्रेड शामिल हैं।
- प्रोटीन का क्या काम है?
- प्रोटीन हमारे शरीर के निर्माण का महत्वपूर्ण आधार माना जाता है और यह शरीर की प्रत्येक कोशिका में पाया जाता है। कई प्रोटीन एंजाइम होते हैं जो जैव रासायनिक क्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं, और चयापचय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मानव शरीर के लिए प्रोटीन निम्न कार्यों के लिए उत्तरदायी होता है।
जैसे की :
- हमारे शरीर में प्रत्येक कोशिका के कामकाज के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है
- हमारे पूरे शरीर में अणुओं का परिवहन और भण्डारण करने में प्रोटीन की अहिम भूमिका है, जैसे - हीमोग्लोबिन और मायोग्लोबिन
- हमारे कोशिकाओं की मरम्मत करने तथा नवीन कोशिकाओं के निर्माण कार्य में मदद करना
- हमारे शरीर के एंटीबॉडी के रूप में शरीर की वायरस और बैक्टीरिया संक्रमण से रक्षा करना
- बच्चों, किशोरों और गर्भवती महिलाओं में उचित रूप से वृद्धि और विकास को बढ़ावा देता है।
- हमारे शरीर मे एंजाइम एमाइलेज और हार्मोन इंसुलिन के रूप में महत्वपूर्ण कार्यों को करना
- हमारे शरीर में प्रोटीन, न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में भी काम करते हैं।
- प्रोटीन को शरीर का एक महत्वपूर्ण निर्माण खंड माना जाता है और यह शरीर की हर कोशिका में पाया जाता है। कई प्रोटीन एंजाइम होते हैं जो जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं और चयापचय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रोटीन मानव शरीर में निम्नलिखित कार्यों के लिए जिम्मेदार है:
- शरीर में हर कोशिका के कामकाज के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है।
- प्रोटीन पूरे शरीर में अणुओं के परिवहन और भंडारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे हीमोग्लोबिन और मायोग्लोबिन।
- कोशिकाओं की मरम्मत और नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करना
- एंटीबॉडी के रूप में वायरस और बैक्टीरिया के संक्रमण से शरीर की रक्षा करना
- बच्चों, किशोरों और गर्भवती महिलाओं में उचित वृद्धि और विकास को बढ़ावा देना
- एंजाइम एमाइलेज और हार्मोन इंसुलिन जैसे महत्वपूर्ण कार्य करना
- प्रोटीन न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में भी कार्य करते हैं।प्रोटीन के स्रोत पौधे अपने स्वयं के अमीनो एसिड का संश्लेषण करते हैं, लेकिन जानवरों को अपनी प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए भोजन के रूप में कुछ अमीनो एसिड बाहर से लेने पड़ते हैं।
शाकाहारी स्रोतों में चना, मटर, मूंग, मसूर, उड़द, सोयाबीन, राजमा, लोबिया, गेहूँ, मक्का प्रमुख हैं। मांस, मछली, अंडे, दूध और लीवर प्रोटीन के अच्छे मांसाहारी स्रोत हैं। पादप खाद्य पदार्थों में सोयाबीन में सबसे अधिक प्रोटीन सामग्री होती है। इसमें 40 प्रतिशत से अधिक प्रोटीन होता है। सोलह से अठारह वर्ष की आयु के लड़के, जिनका वजन 50 से 60 किलोग्राम है, उन्हें प्रतिदिन 78 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इसी तरह इसी आयु वर्ग की जिन लड़कियों का वजन 45से 50 किलो है, उन्हें प्रतिदिन 63 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है। गर्भवती महिलाओं को 63 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जबकि स्तनपान कराने वाली महिलाओं (छह महीने तक) को प्रतिदिन 75 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
सबसे ज्यादा प्रोटीन पाए जाने वाले खाद्य पदार्थ ये है।
- सोयाबीन - सोयाबीन मांस और अण्डों से अधिक प्रोटीन युक्त आहार है, प्रोटीन के अलावा सोयाबीन विटामिन 'बी' कॉम्प्लेक्स, विटामिन 'ई' तथा खनिज लवणों से भरपूर होता है। इसके अलावा सोयाबीन फाइबर से भी भरपूर होता है। 100 ग्राम सोया चंक्स में लगभग 50 ग्राम प्रोटीन होता है।
- पनीर - दूध से बने सभी उत्पाद सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, जो हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करते हैं. पनीर भी दूध से तैयार किया जाता है और इसमें प्रोटीन, कार्ब और फैट पाया जाता है. 100 ग्राम पनीर में करीब 18 ग्राम प्रोटीन होता है।
- मूंग की दाल - मूंग की दाल प्रोटीन की कमी को पूरा करने का एक सस्ता तरीका है क्योंकि मूंग की दाल प्रोटीन से भरपूर होती है. सिर्फ 100 ग्राम मूंग की दाल में करीब 24 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है.
- बादाम - बादाम बेहतरीन प्रकार के वसा के साथ-साथ प्रोटीन से भरपूर होते हैं। 100 ग्राम बादाम में करीब 21 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है।
- काजू - वैसे तो काजू के कई फायदे हैं और यह वजन बढ़ाने में भी मददगार है, साथ ही यह प्रोटीन से भरपूर होता है. सिर्फ 100 ग्राम काजू में करीब 553 कैलोरी, 44 ग्राम फैट और करीब 18 ग्राम प्रोटीन होता है।
- दूध - दूध शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा कर न सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि यह प्रोटीन से भी भरपूर होता है. एक लीटर दूध में करीब 40 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है।
- अंकुरित अनाज - अंकुरित अनाज भी प्रोटीन के सेवन का एक बेहतरीन स्रोत है. एक कप अंकुरित अनाज में करीब 15 ग्राम प्रोटीन होता है।
- मूंगफली - मूंगफली में वैसे तो फैट पाया जाता है, लेकिन यह प्रोटीन से भरपूर होता है. सिर्फ 100 ग्राम मूंगफली में करीब 26 ग्राम प्रोटीन होता है।
- चना - चना न सिर्फ प्रोटीन बल्कि फाइबर से भी भरपूर होता है, इसे भिगोकर, उबालकर या भूनकर खाया जा सकता है. 100 ग्राम चने में लगभग 15 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है.
- दही - दूध से बनी हर चीज में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है और इसीलिए दही भी प्रोटीन का एक बेहतर स्रोत है. 100 ग्राम दही में लगभग 11 ग्राम प्रोटीन होता है।
Post a Comment